जिनके भी साथ तुम्हारी प्रीत है, वह सब धोखा देने वाली है

(Murli Date: 04-02-2023)

जिनके भी साथ तुम्हारी प्रीत है वह सब धोखा देने वाली हैं, इसलिए उन सबसे बुद्धि निकालनी है। मैं तुमको सब सम्बन्धों का सुख दूंगा, सिर्फ मामेकम्, यह है मंजिल।

मैं सबका डियरेस्ट डैड (प्यारा पिता) भी हूँ, टीचर भी हूँ, गुरू भी हूँ ।

अन्त में पास मार्क्स उसको मिलेगी जो सेकण्ड में जो चाहे जैसा चाहे, जो आर्डर करना चाहे उसमें सफल हो जाए।

जैसे आवाज में आना जब चाहो सहज है, ऐसे ही आवाज से परे हो जाना जब चाहे, जैसे चाहे वैसे है? सेकण्ड में आवाज में आ सकते हैं, सेकण्ड में आवाज से परे हो जाएं – इतनी प्रैक्टिस है?

बापदादा बच्चों से प्रश्न पूछता है – कब तक हर एक स्वयं को सम्पन्न और सम्पूर्ण बनायेंगे ? दूसरे को नहीं देखो, यह अलबेलापन आ जाता है। दूसरे भी करते हैं, मैंने किया तो क्या हुआ! यह अलबेलापन है। मुझे स्व को सम्पन्न बनाना है। अब इसके लिए कितना टाइम चाहिए? इसका भी हिसाब रखें या नहीं?

संगठन है, बाप जानते हैं, संगठन में बहुत कुछ सुनना भी पड़ता है, देखना भी पड़ता है, बहुत कुछ चलने में भी सामने बातें आती हैं, लेकिन यह तो आयेंगी। बातें खत्म हों तो सम्पन्न बनें, वह होना नहीं है। जितना आगे बढ़ेंगे, रूप जरूर चेंज होगा लेकिन बातें तो आयेंगी। लास्ट पेपर में ही देखो कितनी बातें हैं। बातें दिखाई न दें, बाबा दिखाई दे। बाबा ने क्या कहा, बातें क्या करती हैं, बातें क्या कहती हैं, नहीं। बाबा ने क्या कहा वाचा तो करनी है लेकिन सारी विश्व की आत्माओं को वर्सा दिलाना, दु:ख से छुड़ाना, उसके लिए आपको सम्पन्न बनना पड़ेगा️।

एक मिनट के लिए सभी लाइट हाउस, माइट हाउस स्थिति द्वारा विश्व में अपनी लाइट माइट फैलाओ। (ड्रिल) अच्छा – ऐसा अभ्यास समय प्रति समय कार्य में होते हुए भी करते रहो।

जो वेस्ट करते हैं, वह पद भ्रष्ट करते हैं । इस जन्म का एक एक श्वांस मोस्ट वैल्युबुल है।