कन्यायें भारत को स्वर्ग बनाती हैं।

(Murli Date: 28-02-2023)

बाप के ज्ञान की कमाल है जो तुम इस ज्ञान और योगबल से बिल्कुल पवित्र बन जाते हो, बाप आये हैं तुम्हें ज्ञान से ज्ञान परी बनाने

ज्ञान:

  • बच्चे जानते हैं परमपिता परमात्मा, मात-पिता के सम्मुख बैठे हैं। वह ज्ञान सागर है। ज्ञान से सद्गति होती है।
  • विचार करो बाप ज्ञान और योगबल से हमको क्या से क्या बना देते हैं। यह तो बाप कमाल करते हैं। ज्ञान और योग की कितनी बड़ी बलिहारी है।
  • कमाल है बाबा के ज्ञान बल से आत्मा बिल्कुल ही पवित्र हो जाती है। 5 तत्व भी प्योर हो जाते हैं, जिससे नैचुरल ब्युटी रहती है।
  • ऐसे थोड़ेही पहले बाबा ब्युटीफुल बनावे फिर बाद में तुम बलिहार जायेंगे। बलिहारी भी पूरी चाहिए।
  • यहाँ की ब्युटी में हेल्थ तो नहीं रहती। वहाँ तुम्हारी हेल्थ भी अच्छी और ब्युटी भी रहती है।
  • वहाँ एवरेज 150 वर्ष आयु रहती है। यहाँ तो कोई की एक वर्ष भी आयु रहती है। कोई की एक मास भी नहीं चलती। जन्मा और मरा। वहाँ ऐसे नहीं होता।
  • कन्याओं की महिमा वैसे तो सिर्फ गायन-मात्र है। अब फिर प्रैक्टिकल में तुमको बाप जगाते हैं। बाप ने कुमारियों को अपना बनाया है।
  • उस योग से विकर्म विनाश नहीं होते, इसलिए गंगा स्नान करने जाते हैं। अगर निश्चय होता कि योग से पावन बनते हैं तो फिर गंगा स्नान नहीं करते। 
  • यहाँ शिवबाबा कंसपुरी से निकाल तुमको श्रीकृष्णपुरी सतयुग में ले चलते हैं। यह है कंसपुरी।
  • अब सारी दुनिया है एक तरफ और तुम थोड़ी बच्चियां हो दूसरे तरफ। आधाकल्प मनुष्यों ने उल्टा समझाया है। बाप ने आकर सुल्टा समझाया है।
  • वह बाप ही ज्ञान का सागर, आनन्द का सागर, शान्ति का सागर है। इस दुनिया में तो कुछ भी नहीं है। न प्यार है, न सार है। वह तो सब बातों का सागर ही सागर है।

योग:

  • वह है ज्ञान का , शान्ति का सागर, सुख का सागर, उनके संग से पतित से पावन बनते हैं।
  • संन्यासियों का कितना मान है। बन्धनमुक्त हो जाते हैं। वह है पवित्रता का बल, वह कोई योग का बल नहीं है। योगबल सिर्फ तुम्हारे पास है। उन्हों का तो है तत्व से योग, जहाँ रहते हैं। 
  • योगयुक्त हो रूहानियत से आत्माओं का आह्वान करने से जिज्ञासु स्वत: बढ़ते हैं।

धारणा:

  • बाप कहते हैं माताओं का नाम बहुत बाला करना है। पुरुषों को इसमें मदद करनी चाहिए। यह पवित्र रहना चाहती हैं तो पवित्र रहने दो।
  • गृहस्थ को आश्रम अर्थात् पवित्र बनाना है। पवित्रता में ही बल है, पवित्रता का ही मान है इसलिए योगबल और पवित्रता का बल जमा करना है।
  • मोस्ट बील्वेड एक बाबा है, उस पर पूरा-पूरा बलि चढ़ पुरानी दुनिया से बुद्धि निकाल देनी है।

सेवा:

  • बाप समझाते हैं अब बहुत मेहनत करनी है। तुम शिव शक्ति सेना बाप के मददगार हो। 
  • कुमारियां समझा सकती हैं। हम इस भारत को स्वर्ग बनाते हैं, वर्ल्ड आलमाइटी अथॉरिटी राज्य बनाते हैं।
  • शिवालय शिवबाबा बनाते हैं। मददगार हैं शिव शक्ति पाण्डव सेना। मैजारिटी शक्तियों की होने कारण उन्हों का नाम बाला हुआ है।
  • स्वर्ग के सौगात की चाबी दी है कन्याओं को। कन्यायें भारत को स्वर्ग बनाती हैं। कन्यायें अपने मित्र-सम्बन्धियों को भी समझा सकती हैं – हमने पारलौकिक मात-पिता की गोद ली है।
  • योगी तू आत्मायें रूहानियत में रहती हैं, उनकी रूहानी आकर्षण सेवा और सेवाकेन्द्र को स्वत: चढ़ती कला में ले जाती है।